यह हम सभी भलिभाँति जानते हैं कि देश की तरक्की में गाँवों के विशेष योगदान को नकारा नहीं जा सकता है। वहीं, लगभग प्रत्येक शहरवासी का गाँव से कोई न कोई संबंध जरूर होता है, अर्थात उसका अपना पैतृक गाँव जरूर होता है, जहाँ पर वे वर्षो में छुट्टियाँ मनाने जाते हैं। ‘मेरा गाँव’ संकलन का उद्देश्य यही है कि गद्य एवं पद्य की रचनाओं के माध्यम से हम गाँवों की हरियाली, सुंदरता और गाँव में बीते बचपन को याद करें और अपने सम्मानित पाठकों को भी उनके गाँव को याद दिलाएँ। इस तरह ‘मेरा गाँव’ संकलन के माध्यम से सम्मानित रचनाकार एवं पाठकगण गाँव की गलियों में ‘मेरा गाँव’ संकलन के माध्यम से घूम सकें। यदि आप भी ‘मेरा गाँव’ संकलन में सहभागिता करना चाहते हैं तो आपका सादर स्वागत है।
यह हम सभी भलिभाँति जानते हैं कि देश की तरक्की में गाँवों के विशेष योगदान को नकारा नहीं जा सकता है। वहीं, लगभग प्रत्येक शहरवासी का गाँव से कोई न कोई संबंध जरूर होता है, अर्थात उसका अपना पैतृक गाँव जरूर होता है, जहाँ पर वे वर्षो में छुट्टियाँ मनाने जाते हैं। ‘मेरा गाँव’ संकलन का उद्देश्य यही है कि गद्य एवं पद्य की रचनाओं के माध्यम से हम गाँवों की हरियाली, सुंदरता और गाँव में बीते बचपन को याद करें और अपने सम्मानित पाठकों को भी उनके गाँव को याद दिलाएँ। इस तरह ‘मेरा गाँव’ संकलन के माध्यम से सम्मानित रचनाकार एवं पाठकगण गाँव की गलियों में ‘मेरा गाँव’ संकलन के माध्यम से घूम सकें। यदि आप भी ‘मेरा गाँव’ संकलन में सहभागिता करना चाहते हैं तो आपका सादर स्वागत है।
Last date for submission : 30 November 2021
Contribution amount : ₹ 550/- (Per Participant)
Estimated Publication : January, 2021
Total Slots : 30 Participant
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30 November 2021
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✔ ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह में देशभर से कोई भी इच्छुक सम्मानित रचनाकार प्रतिभाग कर सकतें हैं। इस ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह में ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर स्थान दिया जाएगा।
✔ ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह में प्रतिभाग करने के लिए प्रत्येक रचनाकार को Rs. 550/- सहयोग राशि का भुगतान करना अनिवार्य है, अन्यथा संग्रह में कोई स्थान नहीं दिया जायेगा। ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह में अधिकतम 33 प्रतिभागियों को ही शामिल किया जायेगा।
✔ प्रत्येक रचनाकार को रचनाओं के लिए 9 पृष्ठ और 1 पृष्ठ परिचय के लिए दिया जायेगा, अर्थात कुल 10 पेज प्रत्येक रचनाकार को दिए जाऐंगे। ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह के लिए प्रत्येक प्रतिभागी गद्य एवं पद्य किसी भी विधा में अधिकतम 9 पेजों की रचनाएं प्रेषित कर सकते हैं अर्थात रचनाकार साहित्य की किसी भी विधा कहानी, गज़ल, लघुकथा, निबंध, कविता, हाईकु, नाटक, एकांकी, जीवनी, संस्मरण, रेखाचित्र और यात्रा वृत्तान्त आदि विधाओं में रचनाएं प्रेषित कर सकते है। ध्यान रहे कि आपकी रचनाएं अधिकतम 9 पेजों में समाहित हो।
✔ संपादक मंडल को पूर्ण अधिकार होगा कि यदि किसी रचनाकार की रचना के किसी भी भाग में अशुद्धियाँ पाई जाती हैं तो उनमें सुधार करके उन्हें प्रकाशन योग्य तैयार करें। यदि कोई रचना या किसी रचना की कोई पंक्ति आपत्तिजनक लगे तो उसे बदलने के लिए रचनाकार को सूचित किया जाएगा ताकि आगे चलकर कोई विवाद ना हो।
✔ प्राची डिजिटल पब्लिकेशन की ओर से ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह में प्रतिभाग करने वाले रचनाकारों को ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह में प्रतिभाग करने के लिए सहभागिता प्रमाण-पत्र प्रदान किया जायेगा, जो पुस्तक के साथ प्रेषित किया जाएगा।
✔ संकलन में सहभागिता के लिए सहयोग राशि नियमावली के शुरू में दिए गये बटन ‘Book Your Slot‘ पर क्लिक कर ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। यदि रचनाकार किसी अन्य के माध्यम से सहयोग राशि या रचनाएं प्रेषित करते हैं और वह प्रकाशक को प्राप्त नहीं होती है तो ऐसे मामले में रचनाकार स्वयं जिम्मेदार होगा, इसके लिए प्रकाशक की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
✔ रचनाकार सहयोग राशि जमा करने के पश्चात प्राची डिजिटल पब्लिकेशन को व्हॉटसएप 09760417980 पर रसीद की फोटो भेजें, ताकि आपको ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह के ऑफिसियल ग्रुप में शामिल किया जा सके एवं अपनी रचनाएं निर्धारित ई-मेल hindi@prachidigital.in पर प्रेषित करें।
✔ संपादक मंडल या प्रकाशक प्राची डिजिटल पब्लिकेशन द्वारा ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह के लिए प्राप्त होने वाली रचनाओं को लेकर कोई भी निर्णय अंतिम होगा और प्राची डिजिटल पब्लिकेशन किसी भी निर्णय एवं नियम व शर्तों में बदलाव करने के लिए स्वतंत्र होगा।
✔ ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह का प्रकाशन प्रतिभा खोज और लेखन प्रोत्साहन हेतु आयोजित स्पर्द्धा है, अत: प्रकाशक प्राची डिजिटल पब्लिकेशन ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह में प्रतिभाग करने वाले किसी भी लेखक को रॉयल्टी देने के लिए बाध्य नहीं है।
✔ ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह में प्रतिभाग करने वाले प्रत्येक रचनाकार को प्रकाशित ‘मेरा गाँव‘ साझा विविधा संग्रह की एक प्रति नि:शुल्क उपलब्ध करायी जायेगी, जो कोरियर द्वारा प्रेषित की जाएगी। यदि लेखक अतिरिक्त प्रतियाँ प्राप्त करना चाहते है तो उन्हे डिस्काउंट पर उपलब्ध कराई जायेगी (कम से कम 20 प्रतियों के लिए मान्य)। जो सिर्फ प्रिन्टिग प्रोसेस से पूर्व आर्डर करने पर ही मान्य रहेगी। उसके बाद किसी भी प्रकार का डिस्काउंट नहीं दिया जाएगा। प्रिन्टिग कार्य पूर्ण होने के बाद संकलन को ऑनलाईन अमेजन या फ्लिपकार्ट से आर्डर किया जा सकता है।
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राजीव कुमार झा जी कवि व लेखक हैं और वर्तमान में शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत हैं। शिक्षा सेवा में कार्यरत राजीव जी गरीब व असहाय छात्रों को नि:शुल्क शिक्षा भी प्रदान कर रहें है। आप मूलतः काव्य, लघुकथा और कहानी आदि विधाओं में लेखन करते है।
युवा कवि व लेखक देवन जी वर्तमान में प्रवक्ता पद पर कार्यरत हैं। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को समय देकर निशुल्क शिक्षा देना इनकी विशेषताओं में शामिल है। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों तथा निर्धन बच्चों के माता पिता को प्रेरित करना इनकी गतिविधियों में शामिल है।
प्रकाश पांडेय बंजारी जी कवि व लेखक हैं और वर्तमान में शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत हैं। आप मूलतः काव्य, लघुकथा, नाटक और कहानी आदि विधाओं में लेखन करते है। प्रकाश पांडेय जी अब तक कई साझा संकलनाें में सक्रिय भूमिका में रह चुकें है और साहित्य सेवा के लिए कई सम्मान प्राप्त हो चुकें हैं।
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