Naari Hoon Main Web1
आपका सादर स्वागत है। ‘नारी हूँ मैं’ साझा विविधा संग्रह का उद्देश्य महिला रचनाकारों को लेखन के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके अलावा हिन्दी साहित्य क्षेत्र में नये प्रतिभाशाली रचनाकारों को प्रकाशित लेखक बनने का सुअवसर प्रदान करना है और उन्हें उत्कृष्ट सृजन के लिए सम्मानित करना है।

Last date for submission : 30 November 2021
Contribution amount : ₹ 550/- (Per Participant)
Estimated Publication : January, 2021
Total Slots : 30 Participant

आपका सादर स्वागत है। ‘नारी हूँ मैं’ साझा विविधा संग्रह का उद्देश्य महिला रचनाकारों को लेखन के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके अलावा हिन्दी साहित्य क्षेत्र में नये प्रतिभाशाली रचनाकारों को प्रकाशित लेखक बनने का सुअवसर प्रदान करना है और उन्हें उत्कृष्ट सृजन के लिए सम्मानित करना है।

Last date for submission :
30 November 2021
Contribution amount :
 550/- (Per Participant)
Estimated Publication :
January, 2021
Total Slots :
30 Participant

भुगतान के बाद रचनाएं प्रेषित करने हेतु ई-मेल-

hindi@prachidigital.in

नोट : ई-मेल के विषय में हिन्दी में ‘नारी हूँ मैं‘ या अंग्रेजी में ‘Naari Hoon Main‘ शीर्षक अवश्य लिखें।

'नारी हूँ मैं' संकलन में शामिल होने के लिए नियम एवं शर्तें-

✔ ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संकलन में सिर्फ महिला रचनाकारों को ही स्थान दिया जाएगा।

✔ ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह में देशभर से कोई भी इच्छुक सम्मानित महिला रचनाकार प्रतिभाग कर सकतीं हैं। इस ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह में ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर स्थान दिया जाएगा।

✔ ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह में प्रतिभाग करने के लिए प्रत्येक रचनाकार को Rs. 550/- सहयोग राशि का भुगतान करना अनिवार्य है, अन्यथा संग्रह में कोई स्थान नहीं दिया जायेगा। ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह में अधिकतम 33 प्रतिभागियों को ही शामिल किया जायेगा।

✔ प्रत्येक रचनाकार को रचनाओं के लिए 9 पृष्ठ और 1 पृष्ठ परिचय के लिए दिया जायेगा, अर्थात कुल 10 पेज प्रत्येक रचनाकार को दिए जाऐंगे। ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह के लिए प्रत्येक प्रतिभागी गद्य एवं पद्य किसी भी विधा में अधिकतम 9 पेजों की रचनाएं प्रेषित कर सकते हैं अर्थात रचनाकार साहित्य की किसी भी विधा कहानी, गज़ल, लघुकथा, निबंध, कविता, हाईकु, नाटक, एकांकी, जीवनी, संस्मरण, रेखाचित्र और यात्रा वृत्तान्त आदि विधाओं में रचनाएं प्रेषित कर सकते है। ध्यान रहे कि आपकी रचनाएं अधिकतम 9 पेजों में समाहित हो।

✔ संपादक मंडल को पूर्ण अधिकार होगा कि यदि किसी रचनाकार की रचना के किसी भी भाग में अशुद्धियाँ पाई जाती हैं तो उनमें सुधार करके उन्हें प्रकाशन योग्य तैयार करें। यदि कोई रचना या किसी रचना की कोई पंक्ति आपत्तिजनक लगे तो उसे बदलने के लिए रचनाकार को सूचित किया जाएगा ताकि आगे चलकर कोई विवाद ना हो।

✔ प्राची डिजिटल पब्लिकेशन की ओर से ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह में प्रतिभाग करने वाले रचनाकारों को ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह में प्रतिभाग करने के लिए सहभागिता प्रमाण-पत्र प्रदान किया जायेगा, जो पुस्तक के साथ प्रेषित किया जाएगा।

✔ संकलन में सहभागिता के लिए सहयोग राशि नियमावली के शुरू में दिए गये बटन ‘Book Your Slot‘ पर क्लिक कर ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। यदि रचनाकार किसी अन्य के माध्यम से सहयोग राशि या रचनाएं प्रेषित करते हैं और वह प्रकाशक को प्राप्त नहीं होती है तो ऐसे मामले में रचनाकार स्वयं जिम्मेदार होगा, इसके लिए प्रकाशक की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

✔ रचनाकार सहयोग राशि जमा करने के पश्चात प्राची डिजिटल पब्लिकेशन को व्हॉटसएप 09760417980 पर रसीद की फोटो भेजें, ताकि आपको ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह के ऑफिसियल ग्रुप में शामिल किया जा सके एवं अपनी रचनाएं निर्धारित ई-मेल hindi@prachidigital.in पर प्रेषित करें।

✔ संपादक मंडल या प्रकाशक प्राची डिजिटल पब्लिकेशन द्वारा ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह के लिए प्राप्त होने वाली रचनाओं को लेकर कोई भी निर्णय अंतिम होगा और प्राची डिजिटल पब्लिकेशन किसी भी निर्णय एवं नियम व शर्तों में बदलाव करने के लिए स्वतंत्र होगा।

✔ ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह का प्रकाशन प्रतिभा खोज और लेखन प्रोत्साहन हेतु आयोजित स्पर्द्धा है, अत: प्रकाशक प्राची डिजिटल पब्लिकेशन ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह में प्रतिभाग करने वाले किसी भी लेखक को रॉयल्टी देने के लिए बाध्य नहीं है।

✔ ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह में प्रतिभाग करने वाले प्रत्येक रचनाकार को प्रकाशित ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह की एक प्रति नि:शुल्क उपलब्ध करायी जायेगी, जो कोरियर द्वारा प्रेषित की जाएगी। यदि लेखक अतिरिक्त प्रतियाँ प्राप्त करना चाहते है तो उन्हे डिस्काउंट पर उपलब्ध कराई जायेगी (कम से कम 20 प्रतियों के लिए मान्य)। जो सिर्फ प्रिन्टिग प्रोसेस से पूर्व आर्डर करने पर ही मान्य रहेगी। उसके बाद किसी भी प्रकार का डिस्काउंट नहीं दिया जाएगा। प्रिन्टिग कार्य पूर्ण होने के बाद संकलन को ऑनलाईन अमेजन या फ्लिपकार्ट से आर्डर किया जा सकता है।

✔  यदि आप ‘नारी हूँ मैं‘ साझा विविधा संग्रह से संबंधित अन्य कोई जानकारी चाहते हैं तो हमें व्हॉटसएप के माध्यम से 9760417980 पर संपर्क करें।

संपादक मण्डल

( संपादिका )
Priti Chaudhary Anthology

प्रीति चौधरी 'मनोरमा'

प्रीति चौधरी ‘मनोरमा’ जी युवा कवयित्री और शिक्षिका हैं। आपके अब तक दो काव्य संकलन एहसास के पन्ने एवं यादों के तरू प्रकाशित हो चुकी हैं। आप कई साझा पुस्तकों में प्रतिभाग कर चुकीं है। आपको साहित्य के क्षेत्र में कई सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।

( संपादिका )
Supriya Pathak

सुप्रिया पाठक 'रानू'

सुप्रिया पाठक ‘रानू’ जी कवयित्री व लेखिका हैं और वर्तमान में शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत हैं। आप मूलतः काव्य, लघुकथा, कहानी और निबंध आदि विद्याओं में लेखन करतीं है। सुप्रिया पाठक जी अब तक कई साझा संकलनों में सक्रिय भूमिका में रह चुकीं हैं।